बढ़ते जाता दिल के दरऽदिया गोरिया तोहरा बिन कि अइसे कहिया ले हम काटीं दिनवा अंगुरी पर गिन- गिन
तू गइलु तऽ गइल बहार, दिनवो लगे अन्हारे कइसे बतलाईं कि केतना तड़पेला जिउआ रे करवट बदलत रात कटेला और सोचते दिन कि अइसे……………………….
प्यार के बतिया, तोहरी सुरतिया, चित्त से ना उतरेला कइसे सूतीं याद का साथे अंखियो तऽ जागेला खिलल फूल कुम्हिलाइल जाता प्रियतम हो दिन-दिन कि अइसे……………………….